राजबली पाण्डेय वाक्य
उच्चारण: [ raajebli paanedey ]
उदाहरण वाक्य
- डॉ राजबली पाण्डेय इस कथा से बोधगम्य तार्किक आधार ग्रहण करते हैं।
- डॉ राजबली पाण्डेय ऋग्वेद के हवाले से उत्सव शब्द का भाव बताते हैं-‘ऊपर उफन कर बहना ' अर्थात आनंद का अतिरेक।
- राजबली पाण्डेय के हिन्दू धर्मकोश में पद्यपुराण के हवाले से एक श्लोक श्रोत्रिय शब्द की व्याख्या करता है-जन्मना ब्राह्मणो ज्ञेयः संस्कारैर्द्विज उच्यते।
- डॉ राजबली पाण्डेय ऋग्वेद के हवाले से उत्सव शब्द का भाव बताते हैं-‘ ऊपर उफन कर बहना ' अर्थात आनंद का अतिरेक।
- डॉ राजबली पाण्डेय के हिन्दू धर्मकोश के अनुसार यह नाम अथर्ववेद में अश्वमेध यज्ञ के संदर्भ में दी गई पशुओं की तालिका में आता है।
- डॉ राजबली पाण्डेय के हिन्दू धर्मकोश के अनुसार यह नाम अथर्ववेद में अश्वमेध यज्ञ के संदर्भ में दी गई पशुओं की तालिका में आता है।
- डॉ राजबली पाण्डेय के हिन्दूधर्म कोश में ऋषि सायण के हवाले से लिखा है कि पुराण वह है जो विश्वसृष्टि की आदिम दशा का वर्णन करता है।
- डॉ राजबली पाण्डेय के हिन्दूधर्म कोश में ऋषि सायण के हवाले से लिखा है कि पुराण वह है जो विश्वसृष्टि की आदिम दशा का वर्णन करता है।
- एस. अल्तेकर (१९४७), भाऊ शास्त्री बझे (१९५४), पी. वी. राय (१९५५), जीन हरवर्ट (१९५७), काशीनाथ झा (१९६४), राजबली पाण्डेय (१९६९), रामवचन सिंह (१९७३), वैद्य-~ नाथ सरस्वती (१९७५), सुरजीत सिन्हा (१९७८) एवं एल.
- डॉ राजबली पाण्डेय हिन्दू धर्मकोश में लिखते हैं कि कृषि भूमि को व्यक्त करने के लिए क्षेत्र के साथ साथ उर्वरा शब्द का प्रयोग भी ऋग्वेद और परवर्ती साहित्य में मिलता है।
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